हमारी गौरवशाली इतिहास यात्रा

मां शारदा स्कूल की स्थापना एक महान उद्देश्य के साथ हुई थी — शिक्षा को हर गांव, हर गली और हर वर्ग तक पहुँचाना। हमारा यह विद्यालय राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) से मान्यता प्राप्त एक हिंदी माध्यम संस्थान है, जो शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर प्रगति की ओर अग्रसर है। इसकी नींव उस समय रखी गई जब शिक्षा को ग्रामीण क्षेत्रों में एक विशेषाधिकार माना जाता था। संस्थापकगणों का यह सपना था कि हर बच्चा, चाहे वह किसी भी आर्थिक, सामाजिक पृष्ठभूमि से हो, गुणवत्तापूर्ण और संस्कार आधारित शिक्षा पा सके।

विगत वर्षों में, मां शारदा स्कूल ने अपने अनुशासन, गुणवत्तापूर्ण अध्यापन पद्धतियों और बाल केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से शैक्षिक क्षेत्र में एक सशक्त पहचान बनाई है। यहां छात्रों को न केवल शैक्षणिक ज्ञान प्रदान किया जाता है, बल्कि उन्हें नैतिकता, संस्कृति, और व्यवहारिक जीवन के गुणों से भी परिचित कराया जाता है। यह विद्यालय शिक्षा को केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं रखता, बल्कि छात्रों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान देता है।

हमारी यात्रा संघर्षों और उपलब्धियों से भरी रही है। सीमित संसाधनों के बावजूद, समर्पित शिक्षकों, अभिभावकों के सहयोग और विद्यार्थियों की लगन ने इस संस्थान को एक सफल शिक्षण केंद्र के रूप में स्थापित किया। वर्ष दर वर्ष हमने नए आयाम छुए — चाहे वह वार्षिक परीक्षाओं में उत्कृष्ट परिणाम हों, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलताएँ हों, या फिर सांस्कृतिक और खेलकूद कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी।

आज मां शारदा स्कूल न केवल एक शैक्षिक संस्था है, बल्कि एक परिवार है जहाँ हर बच्चा आत्मविश्वास, संस्कार, और प्रतिभा के साथ भविष्य की ओर बढ़ता है। हम गर्व से कहते हैं कि यह विद्यालय सिर्फ इमारतों और कमरों का समूह नहीं, बल्कि हजारों सपनों का घर है — एक ऐसी जगह जहां शिक्षा के साथ संस्कार पनपते हैं और भविष्य की नींव रखी जाती है।

  • बच्चों के लिए श्रेष्ठ शिक्षण संस्थान
  • छोटे बच्चों के लिए इनडोर/आउटडोर खेल
  • प्रशिक्षित और योग्य शिक्षक
  • सुरक्षित एवं प्रेरणादायक शैक्षणिक वातावरण